विज्ञान मेले का समापन 

इकरा माध्यमिक विद्यालय, धौलपुर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नई दिल्ली के सहयोग से समाधान जन सेवा एवं शिक्षा समिति, ग्वालियर द्वारा विज्ञान जागरूकता मेला 2019 का एवं पुरस्कार वितरण समारोह बॉम्बे ब्लू रेस्टोरेन्ट, मचकुण्ड धौलपुर पर हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ए.डी.जे. एवं विधिक सेव प्राधिकरण के सचिव शक्ति सिंह थे। कार्यक्रम अध्यक्षता समाधान जन सेवा एवं शिक्षा प्रसाद समिति, ग्वालियर सचिव शोभा यादव ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर धौलपर के उप सभापति इसरार खान, युवा नेता एवं समाजसेवी प्रशान्त हण्डावाल पार्षद अवधेश उपस्थित थे। कार्यक्रम शुभारम्भ मुख्य अतिथि, कार्यक्रम अध्यक्ष व विशिष्ट अतिथियों दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इकर माध्यमिक विद्यालय निदेशक एवं मेला संयोजक माजिद शरीफी व समिति के शर्मा ने मुख्य अतिथि, कार्यक्रम अध्यक्ष तथा विशिष्ट अतिथियों का माापण कर व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। शिक्षिका सुश्री साविया द्वारा अतिथियों का बैज लगाकर किया गया। मेला संयोजक माजिद शरीफी ने स्वागत दिया व तीन दिवसीय विज्ञान जागरूकता मेले का प्रतिवेदन किया। इस अवसर पर ए.डी.जे. शक्ति सिंह ने कहा कि ऐसे मेलों से विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच पैदा होती हैविद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच पैदा करना आज की आवश्यकता है। सभी उपस्थित शिक्षकों व विद्यार्थियों को पॉलीथीन का न करने के लिए शपथ दिलाई। विशिष्ट अतिथि इसरार कहा कि ऐसे आयोजनों से छात्र-छात्राओं में विज्ञान के रूचि पैदा होती है और उनका मानसिक विकास होता हैअतिथि प्रशान्त हुण्डावाल ने ऐसे सफल कार्यक्रमों के आयोजनों के लिए समिति एवं मेला संयोजन की प्रशंसा कीकार्यक्रम अध्यक्ष समिति की सचिव सुश्री शोभा यादव ने तीन दिवसीय मेले में आयोजित हुई रोल प्ले वाद विवाट निसान चित्रकला व विज्ञान पादर्श पतियोगिता का परिणाम घोषित कार्यक्रम का संचलन गोविन्द गर ने कियासभी निभायी शिक्षा प्रसार समिति द्वारा इस सफल आयोजन के लिए इकरा माध्यमिक विद्यालय के निदेशक व मेला संयोजक माजिद शरीफी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।


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पान खाने के फायदे इसकी पत्तियों के कट, उष्ण और क्षारीय गुण अलग करते हैं तथा इसे खाने से पेट के कीड़े मर जाते का भी नाश करता है अक्सर आपने देखा होगा कि के बाद आप पान खाने जाते हैं, क्योंकि इसे खाने से पच जाता है। यह भूख बढ़ाने के साथ ही खाने बढ़ाता है। हां, पुराने और नए पान के पत्तों में भी होते हैं पुराना पान रूचिकारक, सुगन्धित, कामोद्दीपन शुद्ध करने वाला होता है, जबकि नए पान के लिए हानिकारक माने जाते हैं। हृदय की दुर्बलता लाभदायक है। पान की जड़ को मुलेठी के चूर्ण मिलाकर देने से सर्दी-जुखाम एवं गले की मिलता है गाने में रूचि रखने वालों के लिए हैपान के पत्तों को चूसने पर यह लार (सेलिवानिकालने में मददगार होती है, जिससे भोजन का पाचन होता है। पान का शरबत हृदय को बल देता है यह कफ करता है तथा अग्नि को दीप्त करता है अर्थात है। हां, इसे अधिक खाने से इसमें पाया हेपेक्साइन नुकसान पहुंचाता है अधिक पान खाना भी अहितकर भी। अगर पान के पत्ते को काली मिर्च साथ खाएं तो यह 8 हफ्तों में मोटापा कम कर देगाबहुत शक्तिशाली गुणों से भरे होतें हैं यह और उचित लिये जाने जाते हैं पान के पत्ते शरीर का मेटाबॉलिज्म पेट में एसिडिटी होने से रोकते हैं खाना खाने के पत्ते को जैसे ही मुंह में डालते हैं यह तुरंत अपना दिखाना शुरू कर देता है इसे खाने से मुंह में थूक बनने यह पेट को खाना पचने के लिये दिमाग को सिगनल । यह शरीर से विषैले पदार्थों को भी निकालने खाने से कब्ज की समस्या भी नहीं होती। पान